June 9, 2025

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“गडचिरोली का ‘कीचड़ मार्ग’: राष्ट्रीय राजमार्ग 353 सी की बदहाली; नागरिकों का गुस्सा, ‘यही है आपका विकास?'”

गडचिरोली, 29 मई 2025: गडचिरोली जिले में आलापल्ली से सिरोंचा को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 353 सी पिछले छह वर्षों से निर्माण कार्य के रुकावट के कारण फिर से चर्चा में है। पिछले एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश ने इस मार्ग को कीचड़ और गड्ढों से भर दिया है, जिसके चलते रोजाना घंटों यातायात ठप हो रहा है। खराब सड़क के कारण यात्रा करना असंभव हो गया है, जिससे छात्रों, मरीजों और आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बदहाली के लिए स्थानीय लोग मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले प्रशासन पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। “यही है आपका विकास?” का सवाल उठाते हुए नागरिकों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकमंत्री के खिलाफ रोष व्यक्त किया है।

सड़क की बदहाली और नागरिकों की परेशानी

गडचिरोली जिले के दक्षिणी छोर को जोड़ने वाला यह राष्ट्रीय राजमार्ग छत्तीसगढ़ और तेलंगाना को जोड़ता है। लेकिन पिछले छह वर्षों से यह मार्ग गड्ढों और अधूरे निर्माण के कारण बदहाल है। बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ और गड्ढों का साम्राज्य छा गया है, जिससे न केवल वाहनों बल्कि पैदल चलने वालों को भी भारी कठिनाई हो रही है। पिछले साल बारिश के मौसम में यह मार्ग पूरी तरह बंद हो गया था, जिसके कारण सिरोंचा तालुका के लोगों को तेलंगाना के रास्ते से यात्रा करनी पड़ी थी। इस साल भी निजी वाहन उसी रास्ते का उपयोग कर रहे हैं।

इस मार्ग की बदहाली के गंभीर परिणाम सामने आ रहे हैं:

  • छात्रों की परेशानी: गांवों से तालुका मुख्यालय की स्कूलों में जाने वाले छात्र समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
  • मरीजों की मौत: गंभीर रूप से बीमार मरीजों को समय पर उपचार न मिलने के कारण कई लोगों की जान चली गई है।
  • हादसों में मौतें: पिछले छह वर्षों में खराब सड़क के कारण हुए हादसों में 50 से अधिक लोगों की जान गई है।
  • यातायात बाधित: रोजाना घंटों यातायात ठप होने से स्थानीय व्यापार और दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।

प्रशासन की निष्क्रियता और रुका हुआ निर्माण

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गडचिरोली के पालकमंत्री बनने के बाद इस मार्ग के निर्माण को तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए थे। लेकिन छह साल बाद भी स्थिति जस की तस है। इससे पहले उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ढाई साल तक गडचिरोली के पालकमंत्री थे, लेकिन उनके कार्यकाल में भी इस मार्ग का निर्माण कार्य प्रगति पर नहीं आया। प्रशासन की ओर से निर्माण में देरी के कारणों का स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा, जिससे नागरिकों का गुस्सा बढ़ रहा है।

स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया है कि अगर गडचिरोली में ‘स्टील सिटी’ के नाम पर सैकड़ों करोड़ की निवेश वाली बड़ी कंपनियां आ रही हैं, तो इस बुनियादी सड़क का निर्माण क्यों नहीं पूरा हो रहा? प्रशासन के पास इस सवाल का जवाब नहीं है, और अस्थायी मरम्मत के अलावा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।

राजनीतिक हमले और विकास का सवाल

कांग्रेस ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री फडणवीस पर तीखा हमला बोला है। “मुख्यमंत्री दूसरी बार गडचिरोली के पालकमंत्री बने हैं, लेकिन उनके पास जिले में आने का समय नहीं है। ‘स्टील सिटी’ की घोषणाएं करने वाले फडणवीस इस सड़क की बदहाली की ओर क्यों ध्यान नहीं दे रहे?” कांग्रेस नेताओं ने यह सवाल उठाया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर भी नागरिकों का गुस्सा है, क्योंकि उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए।

नागरिकों का गुस्सा और मांग

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यह राजमार्ग गडचिरोली के विकास की रीढ़ है, लेकिन इसकी बदहाली जिले के विकास के दावों की पोल खोल रही है। “जब सड़क ही नहीं होगी, तो स्टील सिटी का सपना कैसे पूरा होगा?” यह सवाल हर नागरिक के मन में है। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन तत्काल इस मार्ग के निर्माण को गति दे और गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण करे, ताकि नागरिकों की परेशानियां खत्म हों और गडचिरोली का वास्तविक विकास हो सके।

आगे की राह

राष्ट्रीय राजमार्ग 353 सी की बदहाली न केवल गडचिरोली के लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रही है, बल्कि यह जिले के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी बाधा बन रही है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस समस्या को प्राथमिकता दे और समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्य पूरा करे। यदि यह स्थिति जल्द नहीं सुधरी, तो नागरिकों का गुस्सा और बढ़ सकता है, जो सरकार और स्थानीय नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

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